कल्याणी एक प्रेमी के रग राग में बसी खून का कतरा है....उसके सपनो की मूरत है...उसके पागलपन की हद है... वह प्रेम की देवी है उसके लिए सब कुछ है उसका वह शब्दों में बखान रहा है सुना रहा है अपना अमर प्रेम गाथा...।।। #1 dard on 25th march 2020Seluruh Hak Cipta Dilindungi Undang-Undang