1 part Complete शीर्षक: "धर्म की धारा"
भूमिका
सत्यपुर, एक प्राचीन गाँव, जो एक समय सनातन धर्म और आध्यात्मिकता का केंद्र हुआ करता था। इस गाँव के चारों ओर हरियाली, घने जंगल, और एक प्राचीन नदी बहती थी। गाँव के बीचो-बीच एक पीपल का विशाल वृक्ष था, जिसे "धर्म वृक्ष" कहा जाता था। माना जाता था कि यह वृक्ष ऋषियों की तपस्या का साक्षी है।
लेकिन समय के साथ, आधुनिकता और लालच ने गाँव की सांस्कृतिक और धार्मिक जड़ों को कमजोर कर दिया। गाँव के लोग अब केवल अपने निजी सुखों में मग्न थे। पूजा-पाठ और धर्म की बातें केवल नाम के लिए रह गई थीं।
गाँव के एक कोने में गायत्री देवी नामक एक वृद्ध महिला अपने पोते आर्यन के साथ रहती थीं। गायत्री देवी सनातन धर्म के गूढ़ ज्ञान की धनी थीं। उनकी कहानियाँ और वेदों के श्लोकों का उच्चारण गाँव के बच्चों को मोहित करता था। लेकिन आर्यन, जो आधुनिक शिक्षा और विज्ञान से प्रभावित था,