यह कहानी है एक भटकती आत्मा की, जिसका भौतिक क्षरण तो हुआ पर उसकी आत्मा भटकती रही। ये आत्मा भटकती रही उन चीजों के आसपास जो उसको सन्तुष्ट किया अंतिम साँस लेने से पहले। असमय मृत्यु की वजह से मोक्ष न प्राप्त हुई ये आत्मा बन्धी रह गई इंसानी दुनिया से।All Rights Reserved