हमने सुना हैं कानून तो हमारे लिए बना हुआ हैं , पर आज पता चला उसके लिए भी लढ़ना पड़ता हें, क्यों पैदा होते हैं ऐसे हालत ये नहीं तय किया जाता ,तय तो ऐ किया जाता हें अब उसे कैसे मिटाया जा सकता .कहीं तो पढ़ा था कानुन अंधा होता हें ...हमने तो जाना हैं अंधे लोग भी खुद अपना रास्ता ढूंड लेते हैं .All Rights Reserved