"यह किसी विशिष्ट नायक की जीवन यात्रा नहीं , अपितु सभ्यता, संस्कृति, समाज, देश-काल, निर्माण तथा प्रलय को समेटे हुए एक सम्पूर्ण युग की वीर गाथा है ।" ---------------------------- "यह स्त्री के रूप वैभव की नहीं , उसके लौह भुजदंडो की गाथा है ।"All Rights Reserved