Story cover for एक पल- जिंदगी by Prasahni
एक पल- जिंदगी
  • WpView
    Reads 1,119
  • WpVote
    Votes 123
  • WpPart
    Parts 14
  • WpView
    Reads 1,119
  • WpVote
    Votes 123
  • WpPart
    Parts 14
Complete, First published Nov 20, 2016
Mature
ये दिल के फैसले भी ना कितने अजीब होते हैं ना ..........

               जिसे हम हर रोज देखते आये हैं,
               हर रोज मिलते आये हैं, 
       
      "उस पर भरोसा करने के लिए हमारा दिल हजारों बार सोचता है"।

         "जिसके बारे में आज के पहले.........

 कभी ना सुना, 

ना जाना, 

ना ही कभी देखा 

         फिर भी उसके लिए ..........

इतनी  बेचैनी क्यों,

क्यों याद करता है दिल उसे, 

क्यों उससे मिलने की बाट जोहता, 

क्यों उसकी एक बात सुनने को तरसता,

क्यों उसके मैसेज का इन्तजार करता है ये दिल"।

          "मेरे साथ यह पहली बार हुआ था, कि मेरे दिल में किसी के लिए घंटी बजी हो,गर्लफ्रेंड तो पहले भी थी मेरी।  पर था क्या खास इस लड़की में, कि केवल नाम जानते ही.........
                    मैं इसका दीवाना सा हो गया। 

       "हर तरफ बस एक ही तसवीर घूमती रहती जिसमे उसका मुस्कराता हुआ चेहरा। जैसे मेरा उसका जन्मांतर का साथ रहा हो.......
       
          "जैसे वह मुझसे कुछ कहना चाहती हो "
           
          "मैं पा
All Rights Reserved
Sign up to add एक पल- जिंदगी to your library and receive updates
or
Content Guidelines
You may also like
आई लव माय डियर ब्रदर by ishrown24
20 parts Complete Mature
रूही सोलह साल की थी, जब एक दिन उसका पापा एक औरत के साथ घर पर आता है, और वह औरत रूही की नई मम्मी थी। पर वह औरत अकेले नहीं थी, उसके साथ उसका एक सोलह साल का लड़का भी था। रूही अपनी नई मम्मी के साथ तो खुश थी, लेकिन उस लड़के के साथ नहीं। वह हर दिन यही सोचती कि वह लड़का उसके घर से चला जाए, ताकि वह अपने मम्मी-पापा के साथ खुशी-खुशी रह पाए, लेकिन ऐसा नहीं होता है। दूसरी तरफ़, जब आरव पहली बार रूही के घर पर आता है, तो उसको पहली ही नज़र में रूही से प्यार हो जाता है। उसको मालूम था कि रूही के लिए ऐसा कुछ महसूस करना ग़लत होगा, और इससे उसकी मम्मी को भी दुख होगा, लेकिन फिर भी वह अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाता है। वह हर दिन रूही के कमरे में जाता, उससे बहुत सारी बातें करता और अंत में रूही उसे अपने कमरे से धक्के मारकर बाहर निकाल देती थी। रूही को आरव बिल्कुल भी पसंद नहीं था। खैर, यह वह सोचती थी, लेकिन यह सच नहीं था।
Just Friends... Right? - (Hindi Edition) by Vijaykf
2 parts Ongoing
कुछ रिश्ते 'दोस्ती' के नाम पर शुरू होते हैं... और वहीं से बर्बाद भी। आरव और रिया- दो नाम, दो ज़िंदगियाँ... और एक ऐसी कहानी जो स्कूल की गूँजती घंटियों में शुरू होकर गलतफ़हमियों के अँधेरे में खो जाती है। स्कूल में उनकी पहली मुलाक़ात बस एक मज़ाक थी, लेकिन धीरे-धीरे... मुस्कानें आदत बनीं, आदतें दोस्ती बनीं, और दोस्ती... एक ऐसे एहसास में बदलने लगी जिसका नाम किसी ने ज़ुबान पर नहीं लाया। दूरी बढ़ती गई... बातें कम होती गईं... और एक दिन- वो पल आया जिसने दोनों की ज़िंदगी हमेशा के लिए बदल दी। क्या सिर्फ दोस्ती किसी को बचा सकती है? या कभी-कभी... दोस्त ही सबसे बड़ा खोया हुआ प्यार बन जाते हैं? ये कहानी है- पहली नज़र की हँसी की, आख़िरी मुलाक़ात की चुप्पियों की, और उस प्यार की... जो कब आया और कब खो गया, किसी को पता ही नहीं चला। "Just Friends... Right?" क्योंकि कभी-कभी, यही सवाल पूरी ज़िंदगी बन जाता है।
You may also like
Slide 1 of 10
ANTARA MERKURIUS DAN VENUS (End) cover
आई लव माय डियर ब्रदर cover
I need you  cover
INDIAN ANGEL ( Completed )  cover
Just Friends... Right? - (Hindi Edition) cover
 you are mine ❤💖 cover
HUMARI LOVE STORY |  INDIAN KTH FF cover
Manmuradein cover
love or friendship  cover
Pasban cover

ANTARA MERKURIUS DAN VENUS (End)

42 parts Ongoing

Baik itu bukan diriku. Tapi jika jahat membuatmu selalu mengingatku aku akan lakukan itu. Aku tak mau jadi biasa seperti butiran debu bagimu.