तुम इतने पास आ जाओगे यह नहीं सोचा था पास आकर यू दूर चले जाओगे यह नहीं सोचा था दोस्त बनकर मिले अजनबी बनकर चले गए जाते-जाते यु रुला जाओगे यह नहीं सोचा था
बस कुछ लम्हों का यह रिश्ता था तुमसे जुड़ा हुआ हंसी खुशी गम का किस्सा था सांसो में घुला हुआ बिना वजह मुंह मोड़ जाओगे यह नहीं सोचा था तुम जाते जाते तू रुला जाओगे यह नहीं सोचा था
कहते रहे तुम बाकी लोगों की तरह नहीं हो अपनी मर्जी से आकर जाने वालों में से नहीं हो झूठ बोलकर भरोसा तोड़ जाओगे यह नहीं सोचा था
तुम जाते जाते क्यों रुला जाओगे यह नहीं सोचा था