हिन्दी ही पहचान है,
हिन्दी ही सम्मान है।
हम सबकी है मात्र भाषा,
हिन्दी पी अभिमान है।
हिन्दी हिंदू हिंदुस्तान,
यह सबको अपनाती है।
हिंदू मुस्लिम फर्क नहीं है,
सबको गले लगाती है।
आओ हम सब प्रेम से,
इसको ही अपना ले अब,
गर्व है अपनी भाषा पर,
सबको यह बतलादे हम।
- अर्चना