कामाख्या देवी मंदिर असम के नीलांचल पर्वत पर स्थित है और यह मंदिर माता सती के 51 शक्तिपीठ में से एक है कहां जाता है जब भगवान विष्णु जी ने अपने सुदर्शन चक्र से माता सती के 51 भाग किए थे तब यहां पर माता सती की योनि गिरी थी और यह एक बहुत ही ज्यादा शक्तिशाली शक्तिपीठ है
और यह जगह तंत्र साधना के लिए भी काफी ज्यादा प्रचलित है क्योंकि यहां पर बहुत सारे लोग काला जादू भी करते हैं इसीलिए यहां पर साधु और अघोरियों के दर्शन करने के लिए लोग यहां पर आते रहते हैं और ऐसा कहा जाता है कि अगर आप किसी काले जादू से गिरे हुए हैं तो आप यहां पर आकर उससे छुटकारा पा सकते हैं.
और असम की राजधानी दिसपुर से लगभग 7 किलोमीटर दूर इस शक्तिपीठ को महाशक्ति पीठ भी माना जाता है जहां पर आपको माता पार्वती की कोई भी मूर्ति देखने को नहीं मिलेगी बस यहां पर एक कुंड बना हुआ है.
जहां पर माता सती की योनि की पूजा की जाती है और यह कुंड हमेशा फूलों से ढका हुआ रहता है और इसमें से हमेशा पानी निकलता रहता है और ऐसा भी कहा जाता है कि यहां पर ब्रह्मपुत्र नदी का पानी भी तीन दिनों के लिए लाल हो जाता है जो कि माता कामाख्या देवी के रजस्वला होने का कारण बताया जाता है.
Kamakhya Devi के दर्शन करने का बेस्ट टाइम क्या रहता है ?
के दर्शन करने के लिए आप पूरे साल भर में किसी भी समय जा सकते हैं आपको यहां पर पूरे साल काफी श्रद्धालु देखने को मिल जाते है हालांकि यहां पर आने का बेस्ट टाइम सितंबर से दिसंबर के बीच का रहता है क्योंकि इस समय आपको यहां पर मौसम ठंडा और सुहाना देखने को मिलता है.
जिसके कारण यहां के आसपास की फेमस फेमस टूरिस्ट अट्रैक्शन को भी घूमने में आसानी रहती है और इस समय आपको यहां पर बहुत सारे त्योहार भी देखने को मिलते हैं जिनमें से एक सबसे ज्यादा फेमस है अंबुबाची मेला लेकिन यह अंबुबाची मेला जून के महीने में लगता है
जिसमें शामिल होने के लिए बहुत सारे लोग देश-विदेश से यहां पर आते हैं और अगर आप इस मेले में शामिल होना चाहते हैं तो आप भी यहां पर जून के महीने में आ सकते हैं इस समय आपको यहां पर ब्रह्मपुत्र नदी का पानी भी लlल देखने को मिलता है इसीलिए पुरुषों को तीन दिनों के लिए इस समय मंदिर के अंदर प्रवेश करना मना रहता है.
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Kamakhya Devi Temple Tour Plan
AdventureEmbark on a spiritual journey to Kamakhya Temple, one of India's most revered pilgrimage sites, nestled in the lush hills of Assam. Known for its ancient rituals and profound history, Kamakhya is dedicated to the Goddess of fertility and power. Imme...