YOU ARE READING hindi mein Poetry hindi mein 659 2 0 by VivekReddy by VivekReddy Follow Share Post to Your Profile Share via Email Report Story Send Send to Friend Share Post to Your Profile Share via Email Report Story तेरी ख़्वाबों में गुज़ारे ये रात, तेरी ख्यालों में गुज़ारे ये दिन, अनजाने राहों में बेहकता हुआ मै, और तेरी सुरीली स्वरों में खो गए मेरे दिल, मेरी अधूरी जिंदगी को तेरे ही इन्तजार हैं, इसीलिए तो जिन्दा है हम.