Introduction

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अथ श्री महाभारत कथा , कथा है पुरुषार्थ की , स्वार्थ की , परमार्थ कीसारथी जिसके  बने श्री कृष्ण भारत स्वाश कीशब्द दिग्गोषित हुआ , जब सत्य सार्थक सर्वाथा

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अथ श्री महाभारत कथा , कथा है पुरुषार्थ की , स्वार्थ की , परमार्थ की
सारथी जिसके  बने श्री कृष्ण भारत स्वाश की
शब्द दिग्गोषित हुआ , जब सत्य सार्थक सर्वाथा

यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिभवत भारत
अभ्युथानम अधर्मस्य तद्न्मानाम सृज्नायन्म
पारित्रादाय साधुनाम विनाशाय च दुष्कृताम
धर्मसंस्थापनाअर्थाय संभावनी युगे युगे

भारत की है कहानी ,सदियों से है पुरानी
ये ज्ञान की है ये गंगा , ऋषियों की अमरवाणी
यह विश्व भारती है, वीरो की आरती है
चयनित नई पुराणी ,भारत की ये कहानी

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अब मै आपको महाभारत से जुड़े कुछ ऐसे तथ्य Facts of Mahabharat बताउगी जो आपने पहले कभी नही सुने होंगे

हस्तिनापुर Mahabharat महाभारत काल में मानव इतिहास का सबसे समृद्ध और विकसित स्थान था | उस समय में सभ्य राज्य के सारे साधन जैसे बाँध , स्मारक , मन्दिर , कृतिम तालाब और सिचाई व्यवस्था थी | महाभारत के बाद हस्तिनापुर का पहला अस्तित्व राजा भरत ने अपनी राजधानी बनाकर किया | हस्तिनापुर पर चार हिन्दू राजाओ का शाषन करना यह साबित करता है कि Mahabharat महाभारत का युद्ध लगभग 3139 ईस्वी पूर्व हुआ था |

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