भगवान

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भगवान को तरह तरह के भोग लगाकर देखा
पाप धोने के लिए सौ बार गंगा में नहाकर देखा
उसको फिजूल ढूंढता रहा मंदिरों में जगह जगह
वो मिला तभी,जब अपने अंदर झांक कर देखा

अनुज

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