कोहिनूर नीलम भाग 1

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दोस्तों ये कहानी कोहिनूर नीलम मेरे एक खास दोस्त के जीवन मैं घटित हुई जिंदगी पर आधारित है। मैंने आज तक कभी भी इस तरह की जिंदगी नहीं देखी। दोस्तों मेरी जिंदगी में अगर कोई सच्चा दोस्त या आप यह भी कह सकते हैं कि एक अच्छा इंसान अगर कोई है तो वह मेरा यह दोस्त है। कभी-कभी तो मुझे ऐसा लगता है पता नहीं की यह भी मुझे अपना कुछ समझता है या नहीं वह यूं कि कभी तो एक अच्छे दोस्त की तरह मुझे मेरी गलतियों के लिए समझाता है डांटता है और कभी-कभी तो कई महीनों के लिए बोलना ही बंद कर देता हैं। तो मैं समझ नहीं पाता हूं की वह मुझसे इतनी दूरी क्यों बनाता है। बात कोई भी हो पर मैं हमेशा ऊपर वाले का शुक्रगुजार रहूंगा की उसने मेरी जिंदगी में एक इतना अच्छा दोस्त दिया। यह कहानी कोई काल्पनिक नहीं है यह एक सच्ची घटना है पर किसी की भावनाओं को ठेस ना पहुंचे इसके लिए मैंने इस कहानी से जुड़े हर एक शक्श व स्थान का नाम बदल दिया है। दोस्तों मैं कोई बडा लेखक तो नहीं हु पर फिर भी मैंने एक छोटी सी कोशिश की है आप सभी के सामने यह कहानी लाने की शायद आपको पसंद आए या ना आए पर मेरी आपसे विनती है की कृपया करके इस कहानी को पूरी पढ़ें ओर अपने सुझाव मुझे अवश्य दें। ताकि भविष्य में अपनी गलतियों को सुधार सकूं। अगर मुझसे इस कहानी में कोई भी गलती हुई हो तो मुझे अपना छोटा भाई या दोस्त समझ कर माफ कर देना। एक बात और में आप सभी से कहना चाहूंगा कि ये कहानी आप सभी के सामने लाने मै मैने बहुत मेहनत की है और अपने दोस्त से भी वादा किया है कि उसका नाम और उसकी फोटो कभी भी किसी के सामने नही आने दूंगा तो बस आप सभी से मेरी ये गुजारिश है कि कोई भी मुझसे मेरे दोस्त के बारे में कुछ न पूछे। अब कहानी शुरू करता हूं।

यह कहानी भारत के हरियाणा राज्य के एक छोटे से गांव की है। जहाँ नीलम अपने पति राज के साथ किराये के मकान में रहते है। दोनों की शादीशुदा जिंदगी बड़े मजे से कट रही है । हर कोई इनके बर्ताव से खुश रहते थे। पर वो कहते है ना कि अच्छे इंसानो की जिंदगी में भी कभी न कभी तो भूचाल आ ही जाता है। वही इन दोनों के साथ भी हुआ। राज अपने ऑफिस के काम से बाहर गया हुआ था। वो अपना काम जल्दी खत्म करके नीलम को बिना बताए अपने घर आता है और डोरबेल बजाता है। अंदर से जब कोई जवाब नही आता है तो राज डुप्लीकेटचाबी से दरवाजा खोलता है और अंदर घर में देखता है कि पूरा समान इधर उधर बिखरा पड़ा है। वो नीलम को आवाज लगाता है ओर पूरे घर में नीलम को ढूंढता है पर नीलम का कुछ पता नही चलता है। राज परेशान होते हुए आसपास के लोगो से नीलम के बारे में पता करता है पर सभी ये बोलते है कि आज किसी ने भी नीलम को नही देखा है।

राज परेसान होकर पुलिस स्टेशन जाता है रिपोर्ट लिखवाने। वहाँ पर राज की मुलाकात इंस्पेक्टर इंद्रा से होती है। राज इंद्रा को सारी बात बताता है और नीलम को ढूंढने की विनती करता है। इंस्पेक्टर इंद्रा राज की रिपोर्ट लिख लेता है और राज को तस्सली देते हुए कहता है कि हम नीलम को बहुत जल्दी ढूंढ लेंगे आप फिक्र न करे अब आप घर जाए। राज वापिस अपने घर आता है और जब वो नहाने के लिए बाथरूम जाता है तो वो एकदम से घबरा जाता है क्योंकि बाथरूम के फर्श पर बहुत सारा खून बिखरा पड़ा हुआ था।

राज ये सब नजारा देख कर डर जाता है और बिना कुछ सोचे समझे बिना किसी को कुछ बताए अपना घर छोड़कर दूसरे शहर मे अपने दोस्त के घर चला जाता है। दूसरी तरफ इंस्पेक्टर इंद्रा अपनी टीम के साथ नीलम की खोज करने मे लगी होती है। इंद्रा नीलम के दोस्तो ओर आसपास के रहने वालों से नीलम के बारे में पता करता है। पूछताछ करने पर इंद्रा को कुछ ऐसा पता चलता है कि इंद्रा की टीम राज को अपनी हिरासत में लेने के लिए राज के घर जाती है पर वहां पर राज को न पाकर इंद्रा को भी पूरा यकीन हो जाता है कि राज ने नीलम का खून किया है।

इंद्रा राज को खोजने में लग जाता है ओर 3 दिनों की मेहनत के बाद इंद्रा की टीम राज को ढूंढने में कामयाब हो जाती है। राज को हिरासत में लेकर इंद्रा उससे पूछताछ करता है कि तुमने अपनी पत्नी का खून क्यों किया है पर राज साफ मना कर देता है कि उसने नीलम का खून नही किया है। राज कहता है कि आप कैसे कह सकते है कि मैंने नीलम का खून किया है जबकि अभी तक तो नीलम की डेड बॉडी भी नही मिली हो सकता है कि उसका किसी ने अपहरण किया हो और मुझे फसाने के लिए ये किसी की चाल हो। तभी इंद्रा कहता है कि तुम झूठ बोल रहे हो मेरे पास इसका एक गवाह है जिसने बताया है कि तुमने ही नीलम का खून किया है।

इंस्पेक्टर साहब मैं सच बोल रहा हु मेरा यकीन कीजिये मैंने किसी का भी खून नही किया है पर इंद्रा को राज की बात पर विस्वास नही होता है। इंद्रा नीलम को खोजने में लग जाता है और राज के खिलाफ सबूत ढूंढने की कोशिश करता है पर कहीं भी नीलम का कुछ पता नही चल पाता है। इंद्रा शक के बुनियाद पर राज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर देता है। राज इन सब बातों से परेशान होकर इस केस से बचने के लिए अपना वकील करता है। वकील संजय राज से उन दोनों के बारे में पूछता है कि आप दोनों कब और कैसे मिले।

कहानी जारी रहेगी..... कोहिनूर नीलम भाग 2 बहुत जल्द आप सभी के सामने पेश करूँगा तब तक के लिए राधे राधे ...... अपने सुझाव अवश्य दे।।

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