लव मैरिज

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"इनफ यार आकृति, सुबह सुबह शुरू मत हो जाया करो, आइ कांट फोकस ऑन माय वर्क, सो प्लीज़ मुझे थोड़ा सुकून से जाने दिया करो ऑफिस"

"हा तो ढूंढ लो ना कोई दूसरी, जिस के साथ जिंदगी में सकून मिले,घर वालो से लड़ के लव मैरिज की मैंने , जिंदगी की सबसे बड़ी गलती की मैंने...."

आकृति,मेरी बीवी कभी मेरा प्यार और आज दो साल बाद सबसे बड़ा सिरदर्द, पीछे से चिल्लाती रही,और मै बैग उठा के ऑफिस निकल गया.

लाइफ को हम जितना आसान समझते है उतनी है नहीं.

अगर आप बैचलर है और स्टूडेंट है तो समझ लीजिए अभी आप गोल्डन टाइम में है आगे जिंदगी अपने असली रंग दिखाने वाली है।

खैर,हमारे बीच कोई प्रॉब्लम नहीं है बस लड़ क्यों रहे है ये पता नहीं चलता कभी भी,पर हा लव मैरिज जैसा भी कुछ नहीं बचा था हमारी मैरिड लाइफ़ में।

बाहर आओ तो ये उमस ,ये भी शादी के बाद ज्यादा तंग करती है , कॉलेज लाइफ में मैंने कभी उमस फील नहीं की ,तब शायद अपने में इतना मस्त थे कि ये सब पता ही नहीं लगता था।

और अगला मेरा ऑटो से बड़ा ही खराब रिश्ता है।

मै पिछले दस मिनट से ट्राइ कर रहा हूं पर ऑटो मिल ही नहीं रहा ,एक दो खाली भी गए पर उन्हें उस तरफ जाना ही नहीं।

खैर जैसे तैसे मै ऑफिस पहुंच गया, यहां एक अच्छी चीज़ है,मै पिछले छ महीने से लेट नहीं हुआ, वजह आपको पता है घर से जितना जल्दी पीछा छूटे इतना अच्छा है।

मैंने जाके सीट संभाली,मेल चेक करने लगा ,बॉस के कुछ मेल्स थे,आज के दिन भर का एजेंडा था।

मैंने लगभग सारी मेल पढ ली थी ,लोग आने शरू हो गए थे,मै कॉफी मशीन के पास गया कॉफी भरते भरते रिसेप्शन पर नज़र गई,बस यही देखी मैंने पहली बार छोटी इलाइची.

मिथिला पालकर है ना,वो कारवा मूवी वाली..??
बिल्कुल वैसी ही छोटी मासूम बच्ची सी मासूमियत, घुंघराले बाल, चमकीली आंखें।

वो खूबसूरत थी बहुत खूसूरत,पर मुझे यहां खुद को रोक लेना चाहिए था ,पर कमबख्त दिल और दिमाग की लड़ाई में हमेशा दिल ही बाज़ी मार लेता है।

मै उसे भरपूर कोशिश के बाद भी इग्नोर नहीं कर पाया, तभी रिसे्शनिस्ट ने उसे बॉस के केबिन की तरफ इशारा किया,वो आगे बढ़ी,मुझे भी होश आया और मै भी सीट की तरफ बढ़ गया।

वो मुझ से दो सेकंड जल्दी क्रॉस कर गई,और मै उसकी खूबसूरती और वो इलाइची जैसी महक में डूबा सीट पे आ गया।

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