तो हेल्लो दोस्तों मेरा नाम विजु है । और में आज अपनी आपबीती सुनाने जा रहा हु। ऐ कहानी मेरे जीवन की सच्ची कहानी है। ऐ कहानी 2 साल पहले की है। ए कहानी तब की है जब मैं 18 साल का था। मेने 12th स्टैंडर्ड पुरा कीया था ।
तो देसी आंटी के दीवानों ओर बड़े मोटे देसी लंड की दीवानी ओ को मेरे लंड का सलाम। ओर सभी लड़के मुठ मारने के लिए ओर सेक्सी होट लडकीयां अपनी चुत में ऊंगली करने के लिए तैयार हो जाएं।
अब में आपको बोर न करते हुए कहानी पर आता हु। में गरमीयो की छुट्टीओ मे अपने मामा के घर
गया हुआ था। और हां में हमेशा छुट्टीओ में अपने मामा के घर आया करता था। में अब जवान हो चुका था । और चुदाई का ज्ञान मुझे बचपन से ही थोडा थोडा था। और में हमेशा चुदाई के बारे में ही सोचता रहता था। में एकदम कमीना इंसान था। और जवानी ने मुझे इतना अंधा बना दिया था , कि मैं अपने परिवार की औरतों को भी वासना की नजर से देखता था। खास कर मुझे बड़ी उम्र की औरतों में ज्यादा रूचि थी।
मेरे मामा गांव में रहते हैं। मेरी मम्मी के तीन भाइ है। नट्टुमामा,जीगामामा ओर भीमामामा। में ज़्यादातर अपने बड़े मामा नट्टु के घर रहा करता था क्योंकी बड़ी मामी को कोई बच्चा नहीं था। बड़े मामा को कोई बीमारी थी जींस वजह से वे कभी बाप नहीं बन सकते थे। बड़ी मामी का नाम मन्जु था। वे हमेशा नीरास रहा करती थी । मैं जब भी छुट्टियों में मेरे मामा के घर जाता तो मैं बड़ी मामी के साथ ही सोता था।
मामी मुझे अभी भी छोटा बच्चा ही समझती थी। 1 दिन में घर पर मोबाइल पर गेम खेल रहा था और मम्मी कपड़े धो रही थी। वह ब्लाउज और पेटीकोट पहनकर कपड़े धो रही थी। आपको तो पता ही होगा कि गांव के लोग कैसे होते हैं। उस वक्त मामी की उम्र लगभग 40 साल थी। मामी बाहर आंगन में ही कपड़े धो रही थी और मैं वहीं पर बैठा था। आंगन के चारों और दीवाल थी इसलिए अंदर का कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था इसलिए मामी बिंदास होकर कपड़े धो रही थी। लेकिन उनको कहां पता था कि उनकी इज्जत पर अपने भांजे की नजर है । मामी इस उम्र में भी जन्नत की नूर लग रही थी।वो गांव की थी इस लिए ब्रा नहीं पहनती थी और ब्लाउज के ऊपर से उनके मम्मे दिख रहे थे। उनके मम्मे बहुत बड़े थे और गोल मटोल भी और पेटीकोट भीग गया था इसलिए उनकी गांड भी दिख रही थी। मेरी नज़र उनके गांड और मम्मो पर थी। मैं उनके पीछे की ओर बैठा था और सब देखकर मजा ले रहा था लेकिन तभी वो पीछे मुड़ी।मे डर गया लेकिन मैंने झट से अपनी नजर वहां से हटा ली।मामी को सक तो हो गया था कि मैं उन्हें देख रहा हूं लेकिन उन्होंने मुझे कुछ नहीं कहां। फिर मैं वहां से खड़ा होकर बाहर चला गया। ऐसे ही 1 दिन बीत गया और ऐसे ही ओर हो गई। मैं मामी और मामा रात का खाना खाकर सोने चले गए।
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पुरानी चुत से चुदाई यात्रा की सुरुआत
Teen Fictionचुदाई की सुरुआत पुरानी चुत से की । छुट्टीओ में अपने मामा के घर गया था।