चेतन भगत 'हाफ गर्लफ्रैन्ड' की समीक्षा
कुछ वर्ष पहले जो चेतन भगत दूसरे निर्माता निर्देशकों पर उनकी कहानी को चुराने का आरोप लगाते थे आज स्वयं उन पर ही एक नये लेखक की कहानी को चुराकर उपन्यास का ताना बाना बुनने का आरोप लग रहा है
कुछ वर्ष पहले जो चेतन भगत दूसरे निर्माता निर्देशकों पर उनकी कहानी को चुराने का आरोप लगाते थे आज स्वयं उन पर ही एक नये लेखक की कहानी को चुराकर उपन्यास का ताना बाना बुनने का आरोप लग रहा है
प्रिय पाठकों, मन की अभिव्यक्ति कर पाना सरल नहीं है। पर मैंने आजीवन समय-असमय जब भी ऐसा करने का प्रयास किया तो कविता के रूप में जो भी बन पाया उसे 'ये चमकीले तारे हैं' में संकलित कर रहा हूं। जीवन में गद्य अधिक लिखा है और पद्य तो यदाकदा। हो सकता है यह प्रयास सार्थक हो या न हो। जैसा भी है आपके समक्ष है। अच्छा लगे तो उत्...