ImmautreThoughts

नमस्कार, मैं सूरज उपाध्याय ।
          	        अगर आप मेरे वाल पर आते है, मेरी द्वारा रचित रचनाओं को पढ़ते है, तो मेरी आपसे गुज़ारिश है कि आप अपनी राय भी प्रगट करे ।
          	आप क्या सोचते है, क्या चाहते है मुझे उस बात से फर्क पड़ता है ना कि कितने लाइक्स, वोट्स या फॉलोवर से ।
          	
          	मेरी रचनाएं पढ़ने के बाद आपको को खुशी मिलती है, गुस्सा आता है, या जो भी विचार हो आप उसे खुले दिल से प्रगट करिए बिना किसी संकोच या लाज-लज्जा के ।
          	           अगर आपको किसी प्रकार की कमी या फिर सुधार की कोई गुंजाइश लगती है तो वह भी बेझिझक आप मुझे बताइये । ताकि अपनी अगली रचना में आपको निराश ना कर सकूं ।
          	     
          	
          	   इस इन्तेजार से की आप अपना कीमती सुझाव देंगे, 
          	आपका नज़्म_नादान(सूरज उपाध्याय)

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नमस्कार, मैं सूरज उपाध्याय ।
                  अगर आप मेरे वाल पर आते है, मेरी द्वारा रचित रचनाओं को पढ़ते है, तो मेरी आपसे गुज़ारिश है कि आप अपनी राय भी प्रगट करे ।
          आप क्या सोचते है, क्या चाहते है मुझे उस बात से फर्क पड़ता है ना कि कितने लाइक्स, वोट्स या फॉलोवर से ।
          
          मेरी रचनाएं पढ़ने के बाद आपको को खुशी मिलती है, गुस्सा आता है, या जो भी विचार हो आप उसे खुले दिल से प्रगट करिए बिना किसी संकोच या लाज-लज्जा के ।
                     अगर आपको किसी प्रकार की कमी या फिर सुधार की कोई गुंजाइश लगती है तो वह भी बेझिझक आप मुझे बताइये । ताकि अपनी अगली रचना में आपको निराश ना कर सकूं ।
               
          
             इस इन्तेजार से की आप अपना कीमती सुझाव देंगे, 
          आपका नज़्म_नादान(सूरज उपाध्याय)