मैं वो हूं जो कहानियों में गुम है, और अल्फाज़ों में ज़िंदा।
तुम्हें सिर्फ़ एक कहानी पढ़नी है, और फिर तुम मेरे किरदार बन जाओगे।
  • JoinedJuly 16, 2025



Story by Anvisrivas
Part 1: हवेली की दहलीज़ by anvisrivas
Part 1: हवेली की दहलीज़
गाँव की सीमा पर खड़ी एक वीरान हवेली... जहाँ हवा भी सहमकर गुजरती है। लोग कहते हैं कि उस हवेली का "आखिरी क...