❝ Kuch jaane agar toh itna
सारी रात आहें भरता
पल पल यादों में मरता
माने न मेरी मन मेरा
थोड़े थोड़े होश , मदहोशी सी है
नींद बेहोशी सी है
जाने कुछ भी, न मन मेरा
कभी मेरा था, पर अब बेगाना है ये
दीवाना दीवाना समझे न
कभी चुप चुप रहे , कभी गाया यह करे
बिन पूछे तेरी तारीफ़ें, सुनाया यह करे
है कोई हक़ीकत तू या कोई फ़साना है
─── Ki yeh tera deewana hai ❞