Story by lonnneeerrr
- 1 Published Story
john elia
6
0
1
ठीक है ख़ुद को हम बदलते हैं
शुक्रिया मश्वरत का चलते हैं
हो रहा हूँ मैं किस तरह बरबाद
देखने वाले हाथ मलते ह...
#13 in ghazal
See all rankings