मै

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आज अचानक से कुछ लिखने का मान हुवा,
पर समज नही आया किस पर क्या लिखूं
ईश्वर, कुदरत, माँ, परिवार, दोस्त, दोस्ती, बारिश, इश्क़, तकरार, तौफा, लिबाज़, राही, मुसाफ़िर, बर्बादी, जुनून, जज़्बात और सोच
इन सब पर मैंने कुछ ना कुछ तोह लिखा ज़रूर है
थोड़ी देर सोचने के बाद खुद पे लिख़ने का  फैशला किया।

बहुत सोचा पर कुछ नही लिख पाई, अंत मे सिर्फ एक ही शब्द लिखा “नामुनासिफ़” 🙂

Search the last word on Google 😉 I'll not gonna tell you!

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