यह कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है, इसमें दिखाई जगह, नाम पता, इत्यादि सब काल्पनिक है अगर वो किसी से मिलते है तो एक सिर्फ संजोग है, इसका उद्देश्य किसी , व्यक्ति, वस्तु, स्थान, जाती किसी को ठेस पहुंचाना नही है ये सिर्फ मनोरंजन के लिए है!"
जयपुर.......
शाम का समय,
विराट रोड जिसपर से गुजरती एक गाड़ी जो की काफी तेज चल रही थी, सर्दियों का मौसम जिसमे चलती ये ठंडी ठंडी हवाएं , उस कार के शीशों को छूकर वापस से लहरा रही थीं उस कार में बैठा वो आदमी जिसने ब्लैक कोर्ट पहना हुआ था, और अपनी गोद में रखे अपने लैपटॉप पर कुछ कर रहा था, उसके आगे वाली सीट पर एक लड़का और ड्राइव था, तभी उसके सामने बैठे लड़के ने कहा–" आरआर मेने सुना है इस बार का प्रोजेक्ट की जो डील होगी वो काफी पेसो की है, और उसको जितने के लिए मेहरा कुछ भी कर सकता है,
उस लड़के के इतना बोलते ही उस लड़के ने कहा–" तुम हर चीज को ज्यादा सोचते हो ,प्रोजेक्ट हमे मिलेगा अमन इतना बोल वो वापस से अपना काम करने लगा, तभी अचानक से उसे कुछ याद आया और उसने वापस अमन से कहा –" वो आमेर फोर्ट के पास जो साइड में जमीन है उसका क्या हुआ..? पता चल किसकी है वो...?"
अमन ने उस लड़के की बात उसी और कहा –" सुना है किसी सिंघानिया की है, बाकी अभी पूरी जानकारी नही है, उसके इतना बोलते ही उस कार में शांति हो गई थी, कुछ ही देर में वो गाड़ी एक बड़े से बंगले के सामने आकर रूकी वो बंगला बाहर से काफी बड़ा नजर आ रहा था, लेकिन उसके आस पास एकदम शांति छाई हुई थी, वो आदमी जल्दी से अंदर आया और अपने रूम में चला गया, सामने दरवाजे के सोफा रखा हुआ था, राइट साइड डाइनिंग और लेफ्ट साइड एक और वेटिंग एरिया था, उसने सामने लाइब्रेरी थी और उसके पास से ऊपर सीढियां नीचे भी काफी सारे रूम थे, अमन ने वाह काम कर रही एक आर्ट को देखा और उसके पास जाते हुए बोला–" रणवीर सर के लिए ब्लैक काफी और हा ध्यान से विदाउट शुगर एंड उनसे बोलना में बाहर जा रहा हुं किसी काम से ! इतना बोल वो वाह से चला गया, कुछ ही देर में वो औरत उस रूम के दरवाजे पर खड़ी थी लेकिन उसका पूरा शरीर बुरी तरह से कांप रहा था!" उन3 बहुत हिम्मत की और दरवाजा खटखटा दिया बेड पर अपनी शर्ट उतारकर बेटा रणवीर कुछ सोच रहा था, उसने उस औरत को देखा और उसे अंदर आने का बोल दिया, उस औरत ने जल्दी से टेबल पर कॉफी रखी और वाह से चली गई!" उसके जाते ही रणवीर का फोन बजने लगा उसने देखा और फोन उठकर कान के लागते हुए बोला–" कब मिल रही हो डार्लिंग ...?" वैसे मुझे अभी मिलना था!" उसका इतना बोलना था की उसके रूम का डोर बज गया, उसने दरवाजे पर देखा तो एक लड़की खड़ी हुई थी जिसने शॉर्ट मिनी ड्रेस पहनी हुई थी, पेंसिल हील्स और चहरे पर मेकअप लगाया हुआ था, ब्रांडेड ब्रेसलेट के साथ पर्स था रणवीर ने उसे देखा और उसके पास आ गया उसने उसकी कमर पर हाथ रखा और उसे खींच के अपनी और कर लिया और रूम का दरवाजा बंद कर दिया, उस लड़की ने रणवीर को देखा और उसके सीने से लग गई वो तो उसके शरीर को देखकर बस उसी में खोए जा रही थी, उसे इस बात का भी होश नही था की कब रणवीर ने अपने होठों को उसके होठों पर रख दिया, दोनो एक दूसरे को किस कर रहे थे उन दोनो की किस कुछ ही मिनटों में डीप किस में बदल गई, लगभग पंद्रह मिनट किस करने के बाद रणवीर उस लड़के से दूर हुआ उस लड़की ने रणवीर के सीने पर किस करना शुर कर दिया था, रणवीर ने उसे अपनी तरफ खींचा और अपने हाथो को पीछे कर्क उस लड़की की ड्रेस को उसके शरीर से एक ही मिनट में अलग कर दी थी, उसने उसे गोद में उठाया और बेड पर आ गया,
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बदला इश्क और नफरत का
Mystère / Thrillerइश्की उम्र में जितनी छोटी उतनी ही मासूम, इश्की सिंघानिया जिसे दुनियादारी की इतना समझ ही नही है, लेकिन अपने परिवार और अपनी के लिए वो कुछ भी कर सकती है, लेकिन जब उसकी खुशियों को नजर लगती है रणवीर रायजादा की, जिससे उसकी हसती खेलती जिंदगी हो जायेगी बर्ब...