इश्क़ के समंदर मे डूबा हु , बचा लो पतवार बनकर
शादियों से भटक रहा हु ,अपना बना लो बिछड़ा यार बनकर
एक बार अपने घर का पता दो
हर रोज चले आएंगे तुमसे मिलने अखबार बनकर
![](https://img.wattpad.com/cover/157862277-288-k599349.jpg)
इश्क़ के समंदर
इश्क़ के समंदर मे डूबा हु , बचा लो पतवार बनकर
शादियों से भटक रहा हु ,अपना बना लो बिछड़ा यार बनकर
एक बार अपने घर का पता दो
हर रोज चले आएंगे तुमसे मिलने अखबार बनकर