कठिन समय मे किसी से भी अपनी दिल की बात खुलकर नही बोलनी चाहिए, क्या पता उसे फालतू मे
मदद करने का डर न सताने लगे।
और समय लौटने पर आपकी खुशी
मे रंग में भंग डालने का मौका मिल जाए.अजनबी से दिल की बात खुलकर बताने के अपने ही फायदे हैं, अगर उपहास मे उड़ा दिया तो दुख नहीं होता, और नेक सलाह दे दी, तो भेद
सबके सामने प्रकट होने का भय भी नहीं।तारीफों के फूल जितने बटोरो सबसे,
अच्छा है,बस उस सुगंध मे खो न जाएं, लेकिन कमी की सूची सबसे देने
को न बोलनी चाहिए क्या पता कितने
चिट्ठे खोल दे बेवजह और . आत्मविश्वास पर दामन पर हीनभावना की चुभन दे जाए।आप साँप को दुध पिलाकर उसका जहर खत्म नहीं कर सकते पर उसका जहर पतला जरूर कर सकते है,पर भरोसा करना अपनी जोखिम पर।