दीदार ...

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जरूरत नहीं नींद और ख़्वाब की मुझे तेरे दीदार के लिए ,
लोगो ने अक्सर भरे बाज़ार मुझे तेरे ख्यालों में खोए देखा हैं ...!

तेरे निशा ....जहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें