जिस्म के सौदेबाज़ी से भरे बाज़ार में
कोई मिले ऐसा मुझे
जिसे मेरी रूह से मोहब्बत हो!खंजर लिए हाथ में काट रहे पंख सभी,
कोई मिले ऐसा मुझे
जिसे मेरी उड़ान से मोहब्बत हो!दूरियों में दगाबाजी का दौर है,
कोई मिले ऐसा मुझे
जिसे मेरे होने भर के सुकून से मोहब्बत हो!सुना है, कामयाबी रास नहीं आती सबको,
कोई मिले ऐसा मुझे
जिसे मेरे कामयाबी के जुनून से मोहब्बत हो!कोई मिले ऐसा मुझे
जिसे मेरी रूह से मोहब्बत हो।।THANK YOU
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