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पूर्वोत्तर की यात्रा -यात्रा डायरी
डॉ0 लोहिया के जन्मषताब्दी वर्ष में समाजवादियो ने हजारो कार्यक्रम आयोजित किये। डॉ0 लोहिया के विचारो के प्रचार प्रसार को लेकर हमने सप्तक्रांति विचार यात्रा देष के 21 राज्यो में 9 अगस्त 2009 को मुम्बई के अगस्तक्रांति मैदान से शुरू की। 20,000 कि.मी. की 21 राज्यो में यात्रा करते हुए 12 अक्टूम्बर को 300 कार्यक्रम आयोजित कर...
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पुनर्जन्म
पुनर्जन्म को लेकर मेरे मन मे भी शुरू से जिज्ञासा रही की चर्वाक के उस सिद्धांत को मानू की जीवन के खत्म होते ही सब कुछ समाप्त हो जाता है. कुछ नही बचता. मिट्टी का शरीर मिट्टी मे मिल जाता है. चेतना शरीर के साथ ही समाप्त हो जाती है. या कृष्ण की बात को की जीवात्मा अजर अमर है.
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सफर
जरा एक मिनिट ठहरीये ... इसे लिखते समय मेने इश्वर और स्वर्ग के बारे मे बहुत कुछ कहा है जो पूर्व धारणाओं पर आधारित बस एक कल्पना मात्र है. मै साफ कर देना चाहता हू की यह उपन्यास स्वर्ग और इश्वर के बारे मे कोइ आकलन नही है. यह सच है की मेने इश्वर से बहुत सारे सवाल जीवन और मृत्यु और उसके बाद के बारे मे किये है पर उस तरफ से अ...
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Manthan-2 Why don't we just live life?
Most suffered population is our tribes. every single minute they spend with there loves one and in total harmony with surrounding keeping their desires and need to the minimum .... Now modern society and city life has polluted their river, huge devastation of their forest. ...they are kicked out of their natural habi...
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ना जाने क्यों
ना जाने क्यों ...समय समय पर उठने वाले वैचारिक बबंडर का ताना-बाना है जिसे कुछ लोग कविता कह देते है.
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Alamana - The Secret of Indian Ocean#YourStoryIndia
*Winner Of #YourStoryIndia.2016 *Published Novel - 2017 ये कहानी भारतीय आलौकिक कहानियों और पौराणिक कथाओं से प्रेरित है । हमारी हज़ारों साल पुरानी और सबसे रोमाँचक कथाओं को इस कहानी के ज़रिये मैंने इसे एक नया रुप देने की कोशिश की है । हमारी ही तरह इक्कीसवीं सदी में रहने वाला एक मामूली लड़का अपनी ही नियति से अंजान है ।...
Completed