चल :
कुछ पंक्तियों के ज़रिये हाल-ए-दिल । आखिरी पंक्तियों के लिए मेरे मित्र गौरव त्रिपाठी का शुक्रिया ।
कुछ पंक्तियों के ज़रिये हाल-ए-दिल । आखिरी पंक्तियों के लिए मेरे मित्र गौरव त्रिपाठी का शुक्रिया ।
Kashish - Alfaaz Jazbaaton ki : Collection of Shairi's and Nazm's. Book 1 Book 2 has been updated : https://www.wattpad.com/myworks/125763593-kashish-alfaaz-jazbaaton-ki-book-2 (Urdu - Hindi Poetry) #19 in Poetry as on 20/04/2016 #2 in Poetry as on 28/03/2016 #1 in Poetry as on 03/03/20...
जब चिड़िया चहकती है, जब हवाएं महकती हैं, तब मदहोश खामोशी में, ये "कलम" बहकती है।..............
ये लड़ाई यूरोप के सभी स्कूलो मेँ पढाई जाती है पर हमारे देश में इसे कोई जानता तक नहीं एक तरफ 12 हजार अफगानी लुटेरे .....तो दूसरी तरफ 21 सिख ....... अगर आप को इसके बारे नहीं पता तो आप अपने इतिहास से बेखबर है। आपने "ग्रीक सपार्टा" और "परसियन" की लड़ाई के बारे मेँ सुना होगा ...... इनके ऊपर "300" जैसी फिल्म भी बनी है ....प...
"एक महान लेखक बनने के लिए आपको विशिष्ट तरीके से काम करना होगा" लेखक वो है जो अपने दिमाग की विचारों की उपज को कलम की सहायता से अपनी आँखों के सामने रख दुनिया को एक बेहतरीन नजरिया दे सके।
दोस्तों इस काव्य संग्रह में इंसानी रिश्तों के बारे में अपनी भावनाओं को व्यक्त किया गया है । यह मेरी प्रथम पुस्तक है , आप लोगों के प्यार ने मुझे आगे लिखने के लिए प्रेरित किया है । धन्यवाद । 1. माँ सब संभव हो जाता, जब तू , साथ मेरे होती । तेरे आंचल में माँ , सब गम भूल जाता तेरा मेरे सिर पे हाथ फेरना माँ मुझे सुरक्षा का...