ये कहानी पूरी तरह से काल्पनिक हैं...! और इस कहानी के सभी किरदार का वास्तविकता से भी कोई संबंध नहीं है....! और ये कहानी किसी भी धर्म... भाषा.. किसी को अपमानित करने के लिए भी नहीं हैं...! बेदर्द- या बेपनाह मोहब्बत के एहसासो मैं जहाँ तक़दीर का खेल और किस्मत के मारे दो दिल मिलगें
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