मैं कौन हूँ? इस सवाल का जवाब खोजने निकला मैं ना जाने कब लिखने लगा पता ही नहीं चला। अपने मन की बातें शब्दों में पिरोकर एक कहानी की तरह आपके समक्ष प्रस्तुत करना अच्छा लगता है। लिखता हूँ ताकि आपके दिल और मन से संवाद कर सकूँ, बिना किसी बंधन और सीमा के मैं लिखूँ वो जो मैं चाहता हूँ। 

लेखन मेरा संसार है और इस संसार का मैं नायक हूँ और आप मेरे सफर के साथी। तो चलो साथ चलते हैं इस अनजान सफ़र पर।


/// गदाधर ///
  • JoinedMarch 20, 2014


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Gadadhar141 Gadadhar141 Jan 21, 2022 04:22AM
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