* उस अनजान लड़की की जादित्य को ऐसे चिंता होने लगती है जैसे कि वह उस लड़की को सदियों से जानता हो इसलिए उस दिन आदित्य को कॉलेज जाने से ज्यादा उस खूबसूरत लड़की को सुरक्षा देने का काम ज्यादा जरूरी लगता है और आदित्य अपनी बाइक रेलवे स्टेशन की पार्किंग में खड़ी करके रेलवे स्टेशन के अंदर जाता है तो रेलवे स्टेशन के अंदर जाने से पहले ही वह स्कूल कि यूनिफॉर्म पहने हुए लड़की को एक महिला और एक युवक बुरी तरह थप्पड़ों से पीटते हुए रेलवे स्टेशन के अंदर से बाहर ला रहे थे, उस खूबसूरत लड़की को पीटता हुआ देखकर आदित्य सोचता है यह खूबसूरत लड़की अपने घर से ही भागने वाली थी, तभी तो शायद इसका भाई और मां इस पीटते हुए घर लेकर जा रहे हैं लेकिन रेलवे स्टेशन से कॉलेज के रास्ते तक आदित्य को एक बात खाए जाती है कि उस स्कूल की लड़की का जो भाई था वह कहीं से भी उसका भाई नहीं लग रहा बल्कि कोई अपराधी या गुंडा बदमाश लग रहा लग रहा था हां मां तो खाते पीते घर की पढ़ी-लिखी लग रही थी उसे लड़की से ज्यादा नहीं तो थोड़ा बहुत मेल खा रही थी।यह सोचते सोचते आदित्य को पूर्वाभास होता है कि वह स्कूल की लड़की मुझे दोबारा मिलेगी उस स्कूल की यूनिफॉर्म पहने हुए लड़की से मिलने के बाद आदित्य का कॉलेज में पढ़ाई करने में बिल्कुल भी मन नहीं लगता है और बार-बार उसकी इच्छा होती है उस लड़की से एक बार और मिलने की।
और दूसरे दिन वही लड़की आदित्य को अपने पड़ोस के गर्ल्स स्कूल की छुट्टी होने के बाद अपनी सहेली के साथ दिखाई देती है उसे देखकर आदित्य सोचता है जिस लड़के से इस खूबसूरत लड़की की शादी होगी वह सच में बहुत भाग्यशाली होगा फिर सोचता है काश से भाग्यशाली युवक में ही होता।
तभी पीछे से उसका दोस्त प्रेम आकर कहता है "इस लड़की को मत देख मेरे दोस्त यह आवारा लड़की है इसका नाम अरुणा है इसे एक लड़का छोड़ने आता है और एक
लड़का स्कूल से लेने आता है।"
वह इसके भाई भी हो सकते हैं।" आदित्य कहता है "
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Pram and love
De Todo**प्रैम विवरण:** प्रैम, जिसे पर्यावारक भी कहा जाता है, एक बच्चों को सुखद परिवहन के लिए डिज़ाइन किया गया बेबी कैरिज है। इसमें सामान्यत: एक बैसिनेट या पूरी तरह झुका हुआ सीट शामिल होता है, जिससे बच्चा सीधे लेट सकता है। प्रैम्स में सामान्यत: मजबूत फ्रेम...