Mysterious Dream

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सूरज की रोशनी ने धरती को ऐसे ढाका हुआ था मानो सोने की चादर हो। चिड़ियों के सुर, फूलों की खुशबू मानो ये इशारा दे रहे हो कि किसी अंधेरे साये को रोकने के लिए एक नया सूर्योदय हुआ हो।

रुद्र, वाराणसी में रहने वाला 19 साल का एक मिडल क्लास लड़का, जिसका आज कॉलेज का पहला दिन था। रुद्र रेडी था कॉलेज के लिए निकलने के लिए लेकिन वो डरा हुआ भी था। उसने कॉलेज में होने वाले कई रैगिंग के किस्से सुने हुए थे।

रुद्र: माँ मैं कॉलेज के लिए निकल रहा हूँ।

त्रिवेणी (रुद्र की माँ) : रुको रुद्र, आज कॉलेज का पहला दिन है, दही चीनी खा कर जाओ।

रुद्र ने सोचा "शायद इसकी वजह से कॉलेज में होने वाली रैगिंग से बच जाऊं।"

अभीक (रुद्र के पापा) : ध्यान से जाना।

रुद्र: जी पापा

रुद्र अपनी बाइक से कॉलेज के लिए निकल जाता है।

-----------------K.V University--------------

काशी विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, वाराणसी के टॉप कॉलेजेस में से एक।

रुद्र अपनी बाइक पार्क करके ओरिएंटेशन अटेंड करने के लिए जा ही रहा होता है कि कोई पीछे से उसका बैग छिन लेता है। रुद्र पीछे मुड़ कर देखता है तो तीन लड़के उसे देख कर हँस रहे होते है।

रुद्र ने मन मे सोच "जिस बात का डर था वही हो रहा है"
"मेरा बैग मुझे लौटा दीजिए, मुझे लेट हो रहा है" रुद्र ने डरते हुए उनसे कहा। उनमे से एक लड़के ने मुस्कुराते हुए कहा "अगर नही दिया तो?" , रुद्र ने थोड़ी ढीली आवाज़ में कहा "तो मै ऑथोरिटी से कंप्लेन करूँगा।"

उनमे से एक लड़के ने रुद्र के बैग से सारी चीजें निकल कर निचे फेंक दी और आगे बढ़कर रुद्र के चेहरे पर एक मुक्का मारता है जिसकी वजह से रुद्र जमीन पर गिर जाता है।

फिर वो लड़का सामने आया और धमकाते हुए कहा "जिसे कंप्लेन करना है करदे, मुझे कोई फर्क नही पड़ता है।" फिर वो तीनो वह से चले गए।

रुद्र अपना सामान उठाने लगे, तभी वह एक दूसरा लड़का आया और उसकी मदद करने लगा। उसने कहा "हाई, मेरा नाम अद्वैत है। मैं भी तुमहारे ही बैच में हूँ।"

रुद्र: हाई, मेरा नाम रुद्र है।

अद्वैत: तुम न उन तीनों से थोड़ा बच कर रहना।

रुद्र(सवालिया नज़रो से देख कर पूछा) : कौन थे वो तीन?

अद्वैत: ध्रुव, कबीर और जिसने तुम्हे गिराया वो रोहन, 3rd year स्टूडेंट्स, बुल्लीज़ ऑफ दिस कॉलेज।

रुद्र: कोई कुछ केहता नही है क्या उन्हें?

अद्वैत: क्योंकि रोहन इस कॉलेज के चेयरमैन का बेटा है इसीलिए किसी की हिम्मत नही होती।

रुद्र: तुम्हे इतना सब कैसे पता?

अद्वैत: मुझे काशवी ने बताया।

रुद्र (सर खुजाते हुए कहा): अब ये कौन है?

अद्वैत: चलो मेरे साथ, उससे मिलवाता हूँ।

ओरिएंटेशन हॉल में रुद्र और काशवी मिलते है और उनका बेसिक इंट्रोडक्शन होता है।

रुद्र: काशवी, तुम्हे उन तीनों बुल्लीज़ के बारे मे इतना कैसे पता?

काशवी: मेरी दीदी इसी कॉलेज में पढ़ती है तो उन्होंने ही बताया था और कहा था बच कर रहने।

रुद्र की अद्वैत और काशवी से एक दिन में अच्छी दोस्ती हो जाती है। लेकिन रुद्र सुबह हुई बात से अभी भी परेशान था।

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रुद्र रात को खाने के टेबल पे मुह लटके खाना खा रहा था और सुबह की बात सोच रहा था।

त्रिवेणी: क्या हुआ रुद्र, उदास क्यों हो?

रुद्र: कुछ नही माँ, नही हूँ उदास।

रुद्र जल्दी से खाना खाकर अपने कमरे में सोने चला जाता है।
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आधी रात , एक लड़की सुनसान रास्ते पे भाग रही थी, और उसके पीछे काले हूडि में एक आदमी जिसका चेहरा कपड़े से ढका हुआ था, उस लड़की के पीछे भाग रहा था। उसकी आंखों में मानो शैतान की झलक दिख रही हो। उसने उस लडक़ी को पीछे से बालों से पकड़ लिया। वो लड़की घबराते हुए बोलती है "तुम मुझे तो मार दोगे लेकिन अपने मकसद में कभी कामयाब नही हो पाओगे।

उस शख्स के हाथों में एक लाल रोशनी चमकने लगी। उसने अपने हाथ से उस लड़की के पेट में मुक्का मारा और वो लड़की दूर जा कर गिरती है और उसके मुह से काफी खून बहने लगता है।

रुद्र की अचानक आँख खुलती है और वो जोर से चीखता है "माँ..............."
ये सुन कर रुद्र के मम्मी पापा दोनो भाग कर आते है। उन्होंने देखा रुद्र अपने बेड पे बैठा हुआ है और वह हांफ रहा है और उसे बहुत पसीना आरहा था।

त्रिवेणी (रुद्र के सर पर हाथ फेरते हुए कहा): क्या हुआ रुद्र, कोई बुरा सपना देखा क्या तुमने।

अभीक: सारा दिन टी वी पे न जाने क्या क्या देखता रहता है, उसी वजह से आया होगा कोई सपना।

त्रिवेणी: आप चुप करो जी। पता नही क्या हुआ है कॉलेज से भी उदास मुह लेकर आया था। कही किसीकी नज़र तक नही लग गयी।

रुद्र बिल्कुल चुप था, उसके मुंह से आवाज़ तक नही निकल रही थी। उसके हाथ कांप रहे थे।

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रुद्र के घर से लगभग 50-60 मीटर दूर एक ऊंचे पेड़ के ऊपर बैठ कर कोई रुद्र के घर की ओर देख रहा था।

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आखिर उस सपने का मतलब क्या था। क्या सचमें वो कोई सपना ही था। आखिर हूडि में वो आदमी कौन था। लाल रोशनी का क्या राज़ है। आधी रात को रुद्र के घर की ओर कौन देख रहा था, कही ये वही काली हूडि वाला आदमी..............

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