जुलाई की भीषण बारिश पहाड़ी इलाके में कहर बरपा रही थी। सड़क के किनारे, जैस्मीन, शॉर्ट शर्ट और स्कर्ट में भीगी हुई, लिफ्ट का इंतज़ार कर रही थी। अचानक एक कार उसके पास आकर रुकी। कार में दो लड़के बैठे थे।
जैस्मीन ने खिड़की के पास आकर कहा, "मुझे आगे 'नीला विला' तक जाना है।"
भीगी हुई जैस्मीन को देख दोनों लड़कों की नज़रें उस पर टिक गईं। बारिश में भीगने से उसके कपड़े उसके जिस्म से चिपक गए थे, जिससे उसकी काया और भी उभरकर सामने आ रही थी।
ड्राइविंग सीट पर बैठे लड़के ने मुस्कुराते हुए कहा, "हाँ हाँ, ज़रूर आओ, बैठो।"
जैस्मीन ने कार का दरवाज़ा खोला और पीछे वाली सीट पर बैठ गई। कार आगे बढ़ने लगी।
कार के अंदर
कार के अंदर म्यूजिक बज रहा था। जैस्मीन के बैठते ही दोनों लड़कों ने उसे घूरना शुरू कर दिया।
"हाय, मैं राहुल हूँ," ड्राइविंग सीट वाला लड़का बोला। "और ये मेरा दोस्त समीर है।"
"हाय," जैस्मीन ने शर्माते हुए जवाब दिया।
"कहाँ जा रही हो इतनी बारिश में?" समीर ने पूछा।
"मैं अपने दोस्त से मिलने जा रही हूँ," जैस्मीन ने बताया।
"अच्छा! वैसे, तुम बहुत हॉट लग रही हो," राहुल ने नज़रें नीचे करते हुए कहा।
जैस्मीन ने कोई जवाब नहीं दिया। उसे अजीब लग रहा था, लेकिन वो कुछ कह भी नहीं पा रही थी।
कुछ देर बाद
"यार, ये गाना तो बड़ा मस्त है," समीर ने म्यूजिक की तरफ इशारा करते हुए कहा।
"हाँ यार, बिलकुल," राहुल ने कहा।
"जैस्मीन, तुम्हें ये गाना पसंद आया?" समीर ने जैस्मीन से पूछा।
"हाँ, ठीक है," जैस्मीन ने कहा।
"अरे, थोड़ा एन्जॉय करो यार," राहुल ने कहा। "लाइफ में थोड़ी मस्ती भी ज़रूरी है।"
"Hmm," जैस्मीन ने कहा।
जैस्मीन ने रूमाल से अपना मुँह पोंछते हुए समीर की तरफ देखा। उसकी आँखों में एक शरारत थी। समीर की नज़रें अभी भी उसके खुले बटन और वक्ष पर टिकी हुई थीं।

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शैतान
Horrorयह कहानी पूर्णतः काल्पनिक है। इस कहानी का किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है। यदि कोई समानता पाई जाती है तो वह मात्र एक संयोग होगा।