दिन का वक़्त , उदयपुर हाई कोर्ट...
एक बहुत ही हैंडसम सा लड़का आँखों पर काला चश्मा चढ़ाए और अपने थ्री पीस बिज़नेस सूट में... चेहरे पर एटीट्यूड लिए और एक जंग जीतने वाली मुस्कान लिए कोर्ट की सीढ़ियां उतर रहा था । वही उसके साथ एक लड़की आंखों में आंसू लिए , खोई हुई सी सीढियाँ उतर रही थी... मानो उसका सब कुछ लुट चुका हो और उसके पास कुछ न बचा हो ।
लड़की के सर पर लगा सिंदूर और गले में सजा मंगलसूत्र और दोनों के गले में डली हुई वरमाला बता रही थी की दोनों ने अभी अभी शादी की है ।
तभी गाड़ी के पास पहुंचकर लड़के ने गाड़ी का डोर खोला और एक तिरछी मुस्कराहट साथ... लड़की की तरफ देखकर बोला , " कांग्रेचुलेशन मिस रीवा शर्मा ! मिसेस रीवा वंश सिसोदिया बनने के लिए । अब चलो घर चलते हैं । गाड़ी में बैठो । " और यह कहते हुए उसकी मुस्कुराहट बढ़ती ही जा रही थी ।
तो रीवा उसकी और गुस्से भरी नज़रों से देखते हुए बोली , " क्या मिला आपको मेरी ज़िंदगी ख़राब करके ! मुझसे यह जबरदस्ती की कॉन्ट्रैक्ट मैरेज करके । जिसे छे महीने बाद टूटना ही है । तो मैं ही क्यों ? सर मैं आपकी सेक्रेटरी रही हूं और अब भी हूं... लेकिन जो थोड़ी बहुत इज़्ज़त थी आपके लिए मेरे मन में... वह भी अब धूमिल हो गई है । पहले भले ही आप एक प्लेबॉय लगते थे या यूँ कहूँ की प्लेबॉय थे या अब भी हैं । लेकिन कभी आपने मेरे साथ कुछ ग़लत नहीं किया था... पर अब आपने जो किया वह ग़लत नहीं... वह गुनाह है । मेरी मांगनी किसी और के साथ हो चुकी थी लेकिन आपने फ़िर भी मुझे ज़बरदस्ती अपने साथ इस कॉन्ट्रैक्ट मैरेज में फसाया । इसके लिए मैं आपसे बेइंतहा नफ़रत करती हूं मिस्टर वंश सिसोदिया ! और शायद ताउम्र करती रहूंगी । " और यह कहते हुए रीवा वंश को अपनी उंगली दिखा रही थीं ।
वही उसकी बात सुन... वंश ने उसकी उंगली को अपनी उंगली से नीचे किया और उसे अपने करीब खींचते हुए... धीमे से उससे कहा , " करो नफ़रत ! मुझे नहीं फर्क पड़ता... क्योंकि यह रिश्ता छे महीने में ख़त्म होने ही वाला है । तब तक शांति से निभा लो और कोई ड्रामे मत कर लेना । आखिर मैंने यह बस अपने परिवार के लिए किया है... और तुम्हें वजह भी बता चुका हूं । फिर भी मैं ग़लत लगता हूं... तो वह तुम्हारा लुकआउट है । क्योंकि वंश सिसोदिया खुद को एक्सप्लेन करना ज़रूरी नहीं समझता । अब चलो ! " और यह कहते हुए उसने झटके से रीवा का हाथ छोड़ दिया... और उसे गाड़ी में बैठने का इशारा किया ।
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UNDESIRABLE MARRIAGE (Hindi Story)
Romanceमोहब्बत और किस्मत एक ही सिक्के के दो पहलू... पर तब क्या हो जब... दो लोगों की जिंदगी एक दूसरे से ना मोहब्बत से जुड़ रही है ना ही किस्मत से पर... किस्मत खेले ऐसा कोई खेल की वो बंध जाए एक अनचाहा बंधन से ? जी हां! ऐसी ही है मोहब्बत से बेगानी, क़िस्मत से...