part 2

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इतना सुनते ही उसने मुझे पकड़ कर अपने बेड पर बिठा लिया और मेरे होंठों पर होंठ रख कर किस करने लगी.
मैंने कहा- अगर यह जाग गया तो आफत हो जाएगी.
इस पर भाभी बोली- इसकी चिन्ता मत करो … यह तो भोसड़ी का शाम को सोकर सुबह आठ बजे उठता है.
मैंने भाभी के मुँह से उसके पति के लिए गाली सुनी तो हंस दिया- इतना गुस्सा क्यों करती हो … तेरा परमानेंट ठोकू तो ये ही है.
भाभी बोली- ठोकेगा तो तब … जब खड़ा होगा. साले का खड़ा तो होता नहीं है. ठोकेगा क्या.
अभी तक ये मेरा पहला मौका था इसलिए मैं कोई जल्दबाजी और रिस्क लेना नहीं चाह रहा था.
फिर मैंने भाभी की मस्त चूचियां मसल दीं जिससे भाभी की सीत्कार भरी एक आह निकल गयी.
मैंने कहा- मेरा पहली बार है, इसलिए मैं तुमसे बिल्कुल अकेले में मिलना चाह रहा हूँ.
इस पर भाभी बोली कि तुम क्लीनिक पर चलो और उसका गेट खुला रहने देना. मैं अभी आ रही हूँ.
तो मैं अपनी क्लीनिक पर आ गया और उसकी चुदाई के बारे में सोचने लगा.
मैं उसके बारे में सोचकर अपना लंड जो 6 इंच लम्बा और 2 इंच मोटा था, उसको सहला रहा था.
तभी भाभी भी दबे पांव मेरे क्लीनिक पर आ गई.
मैंने तुरन्त क्लीनिक का मेनगेट लॉक कर दिया और उसकी तरफ घूमा.
भाभी मुझसे लिपट गयी.
मैं भी भाभी से लिपट कर मजा लेने लगा.
भाभी मेरे होंठों से होंठ लगा कर मुझे चूमने लगी.
मैं भी उसके मुँह में जीभ डालकर मजा लेने लगा.
भाभी बोली- सच में डॉक्टर साब मैं आज धन्य हो गई. ऐसा चुम्बन भी आज तक मेरे उस भोसड़ ने नहीं लिया.
मैंने भाभी के एक दूध पर हाथ रख कर उसे मसल दिया और कहा- आज तुम सब भूल जाओ भाभी … बस मेरे साथ चुदाई का मजा लो.
भाभी मेरे हाथ का मजा लेने लगी और उसने भी अपना हाथ मेरे लौड़े पर लगा दिया.
मेरा फूला लंड देख कर बोली- आह इसे कहते हैं लंड … उस साले का तो मरा हुआ मेंढक है.
मैंने कहा- सच में भाभी तेरी चूचियों में बड़ा रस भरा है. मुझे पीने दे.
भाभी ने अपने मम्मे खोल दिए और मैंने एक मम्मे को अपने मुँह में भर कर चूसने लगा.
वो आह आह करने लगी.
यही 5-7 मिनट में मैं और भाभी दोनों बिल्कुल नग्न हो गए.
मैं आज पहली बार किसी औरत को नंगा देख रहा था.
भाभी मेरा लंड पकड़ कर सहलाने लगी.
मेरे मुँह से अचानक आह की आवाज निकल गयी.
फिर मैंने देर न करते हुए भाभी को अपने चैम्बर में बेड पर लिटा लिया और लाइट जला दी.
इससे भाभी अपने हाथ से अपनी चूत को बन्द करने लगी.
फिर मैं भाभी के ऊपर चढ़ गया और उसके मस्त चूचों को चूसने लगा.
भाभी को भी मजा आ रहा था. वो मजे में बोल पड़ी- साले पति ने आज तक मेरे चूचे नहीं चूसे.
मैंने कहा- अब तेरे चूचे भी चुसेंगे और चूत भी चुदेगी.
भाभी आह आह की आवाज करती हुई बोली- मेरे राजा, ज्यादा मत तड़पाओ … मुझे चोद दो.
फिर मैंने भी देर न की और भाभी की मस्त चूत की फांकों पर लंड रगड़ दिया.

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