याद!

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  • इन्हें समर्पित: ZaidiNida
                                    

आज किसी की याद है तुम ने दिलाई

जिस से दूर हुई हमारी तनहाई,

ज़िन्दगी के पन्नों से जिसे हमने

निकाल दिया था,

आज उस ही की याद में

हमने रात है गवाई,

भुलाना उसे हमने

जान लिया था,

दिल को हमने अपने

संभाल लिया था,

ख़ता जो तुमने आज की

उसने हमारी ज़िन्दगी को मोड़ दिया था,

आज वक़्त वही आगया है

हम भी वही आगए है,

लेकिन बस उसकी याद है केवल

सामने वो ही नही.... ||

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