Hello दोस्तों ये वही मेरी अधूरी कहानी ह जो मेने पीछे अधूरी लिखी थी आज में उस अधूरी कहानी को पूरा करने जा रहा हु ।
तोकहाँ पर थे हम हाँ उसने ये सब बाद में बताया यही थे न
तो क्या हुआ के उस रात वो मुझे देखे जा रही थी और में इस बात से अनजान अपने काम में लगा हुआ था ।फिर जी क्या हुआ के बारात के एक दिन पहले यानि पार्टी वाले दिन उसने मुझे धीरे धीरे बुलाना शुरू किया ।में भी थोड़ा थोड़ा respons देने लगा दरअसल बात य थी के वो मेरे पे सेंटी थी और में इस बात से अनजान था ।
और फिर में नहा के न्य कपड़े वगेरा पहन के आया तो उसने गुड लक कक इशारा किया की मस्त ह आगे से मेने वि कहा की तुम भी अछि लग रही तो वेसे वो मस्त लग्ग रही थी ।
और क्या हुआ के सब अपने अपने काम में मस्त थे और वो बस मेरी तरफ ही देखे जा रही थी इस से सब को शक हो गया के इनका कोई चक्कर ह और क्या हुआ के टाइम 1:30 पे वेसे ही छत्त पे गया क्योंकि ठण्ड थी सो धुप लेने गया था में छत पे वहां पे पहले से कुछ रिश्तेदार बेठे थे में बी बेठ गया ।और वो भी वही पे थी क्या हुआ के में छत की बालकनी यानि अगले हिस्से में आ गया जहा से में निचे देख सकता था निचे सभी रिश्तेदार बेठे थे और वहां पर निचे मेरी ताया जी की लड़की बेठी थी में उसके साथ बात करने लग्ग गया आगे से अचानक उसने वही इशारा किया बेस्ट ऑफ़ लक वाला में बोल्या य क्यों वो बोली जोड़ी मस्त ह दरअसल वो पीछे खड़ी थी मेने ध्यान नही दिया था ।।।
Continue sorry time ni tha so.....