उसकी आह ने वह दुनिया तबाह कर डाली
जिसकी ख़ुशियाँ की ख़ुद उसने दुआएँ माँगी थी।
राख में तबाह हुआ हर वह ख़्वाब और अरमान
जिसके लिए बरसों उसने फरयादें माँगी थी।Awwthentic~
16/10/2017
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Kashish - Alfaaz Jazbaaton ki : Book 2
PoesíaKashish - Alfaaz Jazbaaton ki : Collection of Shairi's and Nazm's. Book 1 (Urdu - Hindi Poetry) Copyright Materials. Do Not Copy or Publish it Under Your Name. It's strictly for personal use. Cover: Awwthentic © Awwthentic All Rights Reserved 2017
Shair-e-Kashish 1
उसकी आह ने वह दुनिया तबाह कर डाली
जिसकी ख़ुशियाँ की ख़ुद उसने दुआएँ माँगी थी।
राख में तबाह हुआ हर वह ख़्वाब और अरमान
जिसके लिए बरसों उसने फरयादें माँगी थी।Awwthentic~
16/10/2017