मस्ती करते करते दिन बीत रहे थे,और अब college के दिन आ गये,
School कब खत्म हो गया पता ही नहीं चला और अब देव college में admission ले चुका था,मस्ती करते करते college चल रहा था,
एक दिन वो अचानक से सामने दिखी,उसके होंठों पर एक हल्की सी मुस्कान थी जो अपनी एक सहेली के साथ क्लास में जा रही थी,और dev को अभी तक क्लासेज attend ना करने की आदत थी,बस लड़की को देखते ही देव का दिल लड़की पर आ गया, और देव भी क्लास को अब attend करने लगा था,देव अब उस लड़की से बातें करने के लिए बैचैन हो रहा था।
देव समझ नहीं पा रहा था कि उस लड़की से बात कैसे करे,और अगर लड़की गुस्सा हुई तो चिल्ला जायेगी,इसी डर से वो लड़की से बात नहीं कर पा रहा था,
देव ने लड़की का नाम पता किया तो पता चला कि लड़की का नाम सुरभी है।
College से वापिस आते ही देव ने सुरभि को facebook पर सर्च किया,एक cute सी dp लगाये सुरभि बहुत सुंदर लग रही थी,देव ने बिना कुछ देखे उसको request sent कर दी, 2 दिन बाद सुरभि ने देव की request accept की।इन 2 दिनों में college में सुरभि भी समझ चुकी थी की देव उसके पीछे पागल बना घूम रहा है।
दोनों ने fb पर एक दूसरे से बातें करना स्टार्ट कर दिया, और दोनों धीरे धीरे अब अच्छे दोस्त बनते जा रहे थे,अब दोनों college में भी एक दूसरे से ही बातें करते रहते थे।
ऐसे ही दिन बीत रहे थे धीरे धीरे दोनों एक दूसरे से कॉल पर भी बातें करने लगे थे,दोनों की बातें अब रातभर की होने लगी,एक दूसरे से हर बात शेयर करने लगे थे,शायद अब दोनों एक दूसरे के लिए पसंद करने लगे थे।
रोज की तरह दोनों की बातें हो रही थीं,सुरभि ने देव को बताया कि उसको एक function के लिए 2 दिनों के लिए out of city जाना है,अब देव ने सोचा की जैसे ही सुरभी आएगी वो उसको अपने प्यार का इजहार कर देगा,और सुरभी भी अब function में जा चुकी थी।
2 हफ्ते हो गए लेकिन सुरभी वापिस नहीं आयी, dev ने कॉल किया तो सुरभी का phone band आ रहा था,सुरभी की fb भी अब deactivate हो चुकी थी,लड़के को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अचानक ऐसा क्या हो गया जो वो दूर चली गयी,ऐसे ही महीने बीत गए,लड़का समझ चुका था कि सुरभी अब वापिस नहीं आने वाली है,और अब तक देव की graduation हो चुकी थी।
देव सब भूल चुका था अब और अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ चुका था,
आज 3 साल बाद देव एक coffee cafe में बैठा हुआ था,तभी अचानक सामने उसको 3 साल बाद सुरभी दिखी,लेकिन अब सुरभी की मांग में सिंदूर और शायद साथ में उसका पति भी था।
देव और सुरभी ने आज एक दूसरे को देखा और एक दूसरे को देखकर दोनों मुस्कुराये,थोड़ी देर बाद सुरभी अपने पति के साथ वहां से जा चुकी थी,देव भी यही सोचकर खुश था कि सुरभी आज अपनी जिंदगी में खुश है और देव अपनी पुरानी यादों में खो गया था और यही सोचते हुए वह अपने घर की तरफ निकल गया।