एक छोटा सा जंगल था
जंगल मेँ सभी जानवर मिल जुल कर रहा करते थे
उनके बीच मेँ एक ऐसा भी जानवर था जो काफी धूम मचाया करता था
उसके धूम से काफी जानवर परेशान रहा करते थे पर उस जानवर को इस बात का कोई असर नहीँ हुआ करता था की उसके धूम से काफी जानवर परेशान रहते हैँ
एक दिन सुबह सुबह वह जानवर नदी मेँ नहाने गया
तभी उसने पेड के पास देखा कि कुछ लाल रंग के चीज पड़ी है
जो काफी लजीज लग रहे थे
उन लाल रंग की चीज को खाने के लिए वह नदी से बाहर निकलकर पेड के पास पहुंच गया और फिर उन लाल रंग के चीज को खाने लगा
लाल रंग के उस चीज को खाने के तुरंत बाद वे बेहोश हो गया और जब उसे होश आया तो वो खुद को कई सारे हाथियो के बीच पाया
आज वह जानवर जो दूसरोँ की परेशानी को नहीँ समझता था आज खुद को इतनी बड़ी परेशानी मेँ फंसे देखकर उसके दोनो हाथ पैर कांपने लगे
वह अब अपनी डेल्ही सी आवाज मेँ कहने लगा
मुझे माफ कर दो मैँ आज के बाद कभी जंगल मे धूम नहीँ मचाया करुंगा और ना ही किसी को परेशान किया करुंगा
यह सुनकर सभी हाथी हंसने लगते हैँ और उस जानवर को कहते हैँ
देखो बेटा जंगल हम सब का परिवार है और तुम इस जंगल में धूम मचाते रहते हो
जिससे किसी को परेशानी होती है पर फिर भी तुम नहीँ सुधरते
आज तुम खुद एक मुसीबत मेँ होँ बताओ अब तुंहारे साथ क्या करना चाहिए
अब वह समझ चुका था की उसकी शरारत के कारण हि आज वह इस मुसीबत मेँ पडा उस लाल रंग की चीजो को खाने कारण ही वह बेहोश हुआ था
वह अपने धूम मचाने की आदत के कारण काफी शर्मिंदा था
और रोते हुए हाथियो के सामने कहता है कि इस बार मुझे माफ कर दो आगे से मैँ कभी कोई शरारत नहीँ करा करुंगा
हाथी उसकी मासूमियत भरी बात सुनकर उसे माफ कर देते है और उसके बाद सारे जंगल मेँ फिर से खुसियाली चलने लगती है
जंगल के सभी जानवर फिर से एक परिवार की तरह खुशियोँ के साथ जिंदगी बिताने लगते हैँ
और वह जानवर भी सभी जानवरो के साथ प्यार से आचरण करते हैँ
वह अपनी गलती का सबक सीख चुका हे जंगल मेँ इतनी ज्यादा खुशी होती है कि सभी सभी जानवर भी उस जानवर की धूम मचाले की आदत को भुला देते हैँ
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Janwaro ki khata (जानवरो की कथा)
Short Storyजंगल मेँ प्यारे जानवर के साथ कुछ बदमाश जानवर भी रहते हैँ यह कहानी जानवरो को इंसानी जजबातो के साथ दर्शाया गया है, एक छोटा सा जंगल था जंगल मेँ सभी जानवर मिल जुल कर रहा करते थे उनके बीच मेँ एक ऐसा भी जानवर था जो काफी धूम मचाया करता था उसके धूम से काफ...