चरित्रहीन
इस कहानी में चरित्रहीनता का एक ऐसा आयाम आपके सामने है जिसे हमे कभी चरित्रहीनता समझा ही नहीं। इसलिए ये कहानी एक सवाल भी उठाती है। "चरित्रहीन" कहानी मूल कहानी संग्रह "रमता" का हिस्सा है।
इस कहानी में चरित्रहीनता का एक ऐसा आयाम आपके सामने है जिसे हमे कभी चरित्रहीनता समझा ही नहीं। इसलिए ये कहानी एक सवाल भी उठाती है। "चरित्रहीन" कहानी मूल कहानी संग्रह "रमता" का हिस्सा है।
एक पिशाचनी जो अपनी यौन इच्छा की पूर्ति के लिये पुरुषों का शिकार करती है और फिर उनको मार देती है ।
This story is based on Kareena sisters, Anubhav and Viom Please support this story!🥺🥺 Anubhav Singh = Rohan Sharma Haseena Malik = Preet Kaur Viyom Singh = Abhi Verma Karishma Singh = Meet Kaur अंदर जाके पढ़िए।
दुनिया के लिए अदृश्य, ललित ने अकेले झेला, उसका दर्द और अकेलापन, कभी पूरी तरह से नहीं दिखाया गया, उसकी इकलौती सहेली रत्ना से काल्पनिक बातचीत, उनकी डायरी, एक जीवन का वसीयतनामा जो समाप्त हो गया, प्यार और देखभाल की शक्ति का एक दुखद अनुस्मारक, एक जीवन बचाने के लिए, एक दिल को चंगा करने के लिए, हमेशा रहने के लिए।
Here you will enjoy the Hindi Short fiction story. An Adventure in Hindi, sure you will love it.
ब्रिटिश भारत, मणिपुर। एक गांव में अंग्रेजों ने कुलदेवी मां शक्ति के मंदिर में घुसकर बेशकीमती अष्टधातु की मूर्ति को चुरा लिया। तब देवी के कहर से अंग्रेज मरने लगे तो मंदिर के पुजारी ने उनको बचाया और वहां से भाग जाने को कहा। लेकिन अंग्रेजों की नई कंपनियां आयीं और गांव व वहाँ के संसाधनों पर कब्जा करने का प्रयास किया, इस प...
इश्क़ का रोग, एक बार लगे, तो ना छूटे! दिल के तार, एक बार जुड़े, तो ना टूटे! अब भले ही वो दिन बीते, या महीनें! साल बीते, या फिर, पूरी की पूरी जिंदगानी... एक बार आग जल उठता, तो फिर जन्मों तक, वो यूंही जलता रहता... अब बेशक वो एक तरफ़ लगी हो या फिर दोनों तरफ़... और यदि, कहीं सच्चे मुहब्बत की वो आग सिर्फ़ एक ही तरफ़ लगी...
जब एक लडकी अपने प्रेमी के साथ भाग जाती है तो क्या होता है. कितने कितने हंगामे होते है. इस कहानी में आपको यही पढने को मिलेगा.
रूही सोलह साल की थी, जब एक दिन उसका पापा एक औरत के साथ घर पर आता है, और वह औरत रूही की नई मम्मी थी। पर वह औरत अकेले नहीं थी, उसके साथ उसका एक सोलह साल का लड़का भी था। रूही अपनी नई मम्मी के साथ तो खुश थी, लेकिन उस लड़के के साथ नहीं। वह हर दिन यही सोचती कि वह लड़का उसके घर से चला जाए, ताकि वह अपने मम्मी-पापा के साथ खुशी-खु...
मैं रोज अपनी जिंदगी की खुशी आँखे बंद कर के ढूंढता हूँ, क्योंकि खुली आँखों से जो भी कुछ दिखता है वो मुझे दुख ही देता है। मैं सबको खुशी देता हूँ, पर मेरी खुशी हमेशा मुझसे दूर रहती है। गलती ना मेरी ना उसकी, ये बस हमारी किस्मत है कि हम उससे दूर रहते हैं ओर वो हमसे दूर रहती है।
विवाह के वक्त कन्या को परिजनों या रिश्तेदारों द्वारा दिए जाने वाले उपहारों (Gifts) को तो दहेज़ नहीं कहा जा सकता। आसान शब्दों में समझें तो जिन वस्तुओं या धन की मांग वर पक्ष द्वारा की जाती है, वही दहेज़ कहलाता है। काव्या किस तरह इस मसले को सुलझाती है, यही इस कहानी का सार है।
प्यार पागलपन है ।ये कोई सीमा नहीं देखता।लेकिन क्या होगा अगर यह प्यार अपनी सीमा को पार कर ले।ये कहानी है निखिल और सुप्रिया की।जो एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं।लेकिन क़िस्मत का तो कोई और ही इरादा था।निखिल और सुप्रिया दोनों ही अपने असलीयत से अंजाम है,क्या होगा अगर इन्हें अपना सच मालूम होगा?प्यार को नफ़रत में बदलते देर...
लॉर्ड ऑफ द रिंग्स तो आपने पढ़ी होगी , खैर वह सिर्फ एक कहानी है । यहां हम बात कर रहे हैं एक ऐसी अजय अमर अंगूठी कि जोकि भारत में पुराणों और प्राचीन इतिहास से चलती आ रही है जिसको भी अंगूठी की शक्ति मिली वह सर्वशक्तिमान हो गया या तो वह अमर और अजेय सिद्ध हुआ या फिर अंगूठी का श्राप उसे मिला और दुर्गम मृत्यु भी । जिसका इतिहा...
एक बन्द कमरा, बाहर पुलिस का पहरा । चारों ओर के सन्नाटे को चीरते हुए कुछ लोग बातें करते हुए उस कमरे के पास आकर रुकते हैं , उनमे से एक लड़की कमरे में जाने वाली होती है, कमरे में एक राज , एक रहस्य । इंतज़ार कर रहा है , कहानी में आगे क्या होगा जानने के लिए पढ़ते रहिये ....
ये उपन्यास कुछ ऐसे युवाओं के संघर्ष और आकांक्षाओं पर आधारित है जो समाज और सामाजिक कुरीतिओं से परे सामजिक समरसता का ख्वाब देखते हैं। हमारा जीवन ये समाज एक दायरे में बंधा है ,अमीरी -गरीबी,जाती,वर्ग,समुदाय, मजहब जैसे कई ऐसे दायरे हैं जो तैं मानक पर आधारित है। किंतु इस कहानी में नायक के मन में उठने वाले भाव, तरंगे, प्रे...
हम इंसान सीखते हैं; हर वक़्त, हर पल, हर उस चीज़ से जो हमें उत्साहित करती है या अपनी ओर आकर्षित करती है । और ये बात भी सही है कि हम इंसान उस चीज़ से डरते भी हैं, जिसे हम जानते नहीं या जिसे हम समझ नहीं पाते । The draft's हमें इन्हीं सब चीजों के बारे में ज़रा एक कदम आगे जाकर समझाएगी की इंसान शायद अपना मकसद भूल गया है । और क...
ये कहानी है दो अलग दुनिया से तालुक रखने वाले लोगो की उन में से एक है मिस सांघी जिसकी जिंदगी में सब है पैसा ,पावर,फेम बस कमी है तो प्यार की दूसरी तरफ सिल्वर ग्रे आंखों वाला मिस्टीरियस मैन जिसकी पहचान भी एक पहेली है और उसका चेहरा भी कैसे जुड़ेंगे दो अलग अलग मानसिकता और पर्सनालिटी वाले लोग? क्या धोखे और अकेलेपन के साथ खत्...
हर मोड़- मोड़, हर डगर- डगर भंवर है ये भंवर- भंवर.... कोई नोटों की कमाई में लिप्त है कोई वोटों की दुहाई में संलिप्त है। हर किसी कहानी कि बस एक दास्तां जहां घिरे वहीं फसे, फसे तो बस फंसते रहे फिर चाहे प्यार में फसे या परिवार में फसे व्यापार में फसे या गलत कारोबार में फसे हर मोड़- मोड़, हर डगर- डगर भंवर है ये भंवर- भंवर...
स्ट्रगलिंग थ्रील्स , पश्चिमी दिल्ली के इलाकों से निकलती हुई कुछ अबला किशोरों की कहानी, जो हर टीनएजर की तरह संघर्षो से भरी है पर उनके जैसी नही है। मुश्किलों में रास्ते ढूंढते हुए, संघर्ष, बदला और पश्चाताप के साथ दिल्ली की खूबसूरती को दिखाने के पूरे प्रयास के साथ रचित यह रचना, ' स्ट्रगलिंग थ्रिल्स ' यह कहानी हर उस किश...
एक ऐसा लेखक जो सचमुच अपने डर को लिखते लिखते कही खो गया। कोई नही जानता उसने ऐसा क्या लिखा था जिस की वजह से वह खुद लापता हो जाएगा।
"नमन;-" वैसे तेरी बहन थी बहुत मजेदार... बहुत मज़ा करवाया उसने मुझे..साली खुद ही कपड़े उतार देती थी.. अपना एक एक अंग दिखा दिखा कर कपड़े उतारती थी कि एक नशा सा हो जाता था मुझे..साली रोज़ चूस चूस कर मांगती थी.."" राज़;-" साले हरामजादे!!! हाथ खोल मेरे हाथ खोल..!! तब बताता हूं तुझको कि किसी की बहन के बारे में गंद बोल कर क...