Sadshayri Stories

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2 Stories

Sad Shayri  by ManasPratimBorah
#1
Sad Shayri by Manas Pratim Borah
गुफ्तगू करते थे जिसके साथ पहले घंटो घंटो तक आजकल उनके साथ बात नहीं होती यह आंखें जिन्हें ढूंढता था हर जगह उनको सामने देख कर भी आजकल ये नज़रे उनकी तरफ नहीं मोड़ती
Scribbled stories by tuli658
#2
Scribbled storiesby tuli658
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