Stories by Yashwant Rathore
              
          
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                      शिवा
                  
          
          
                      
          
          
                          
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                  मै उस वक़्त नागयोनि में था, हर गुरु शिष्य को कुछ न कुछ याद के रूप में देता हैं ताकि गुरुओं की शिक्षा याद रहे.
          
                      
          
                  
               
              
          
                  
                      वो घाटी की रात
                  
          
          
                      
          
          
                          
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                  घाटी पार होते ही उन्हें लगा अब कोई नही है पास में.
          कुछ देर निश्चित होने के बाद ही उन्होंने साइड में देखा
          
                      
          
                  
              
 
                 
                