Sign up to join the largest storytelling community
or

1. थके हारे परिन्दे जब बसेरे के लिए लौटें, सलीकामन्द शाखों का लचक जाना जरूरी है, बहुत बेबाक आंखों में ताल्लुक टिक नहीं पाता, मुहब्बत में कशिश रखने को शर्माना जरूरी है। - वसीम बरेलवीView all Conversations
Stories by Mithilesh Kumar
- 3 Published Stories

क्या विकाश पगला गया है?
88
1
4
कहानी एक ऐसे शख्स की जो परिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों के इंद्रजाल से बाहर निकल कर समाज हित में अपने आपको...
