जीवन तीन अक्षरों से बना है
ये शब्द नहीं पूरी परिभाषा हैजी का मतलब, जी भर जिय
खुशिया भी तेरी गम भी तुम्हारे
व का मतलब, बढ़ते चलो
जिंदगी आगे बढ़ने का नाम है
न का मतलब, नदी की तरह चालो
अपनी राह खुद बनाओ
मंजिलें खुद ब खुद सामने आएंगी
नदी बहकर सागर में मिलती है
और जैसे पूर्ण हो जाती है
वैसा ही है मानव जीवन
अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए
आत्मा से परमात्मा में मिल जाती है
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कल्पना की उडान
Poetryकविता मन की वह सहज अभिव्यक्ति है जिसे कई बार हम चाह कर भी आम बोलचाल में व्यक्त नहीं कर पाते है पर वही बात अपनी कविता के माध्यम से बड़ी सरलता से हम लोगो तक पहुंचा लेते है. ठीक उसी प्रकार जैसे गहरी से गहरी वेदना को हम चंद आंसुओं में समेट लेते है.