(मानव जीवन में घटतने वाली कुछ खास घटनाएं):-
यह सृष्टि प्राकृतिक रूप से सजाई गई एक
खूबसूरत दुनिया है इस दुनिया का महान नायक
मनुष्य को माना जाता है इस संपूर्ण मानव समाज
का कार्यभार ईश्वर ने मनुष्य के ही हाथों में सौंपा
है इसलिए कि मनुष्य सर्वश्रेष्ठ और एक सफल
बुद्धिजीवी प्राणी है इसलिए उन्होंने संसार का
सारा कार्यभार मनुष्य के ही हाथों में सौंपा है किंतु
मनुष्य ने अधिकार पाकर स्वयं को श्रेष्ठ और ईश्वर
को कमजोर समझने वाला एक सूक्ष्म प्राणी बन
चुका है ये नास्तिक ईश्वर की बसाई गई दुनिया को
नष्ट विनष्ट कराने को उतारू है संसार के उत्थान
पतन का जिम्मा संभालने वाला मनुष्य अब संसार
को ही पतन करने चल पड़ा है संसार की देखरेख
करने वाला मनुष्य अब अपनी ही सुख की इच्छा
करने लगा है वे सुख की छाऊ में जीवन व्यतीत
करने निकल पड़ा है मानवता पर निर्भर होने
वाला ये संसार अब अपने अंतिम दिन गिनने लगा
है इंसान की काली करतूतों की वजह से अब ये
निराश होने लगा है मुझे दुख इस बात की नहीं कि
मनुष्य अपने स्वार्थ में लीन होकर सुख की इच्छा
क्यों करने लगा है गम मुझे इस बात की है कि
मनुष्य अपनी जिम्मेदारियों से बंध कर शून्य क्यों
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प्रेम मार्ग सिद्धांत आत्म दर्शन विश्व शांति की ओर
Ciencia Ficciónइस विषय का उद्देश्य केवल मानव को मानवता का पाठ पढ़ाना है और उसे अच्छे कर्मों के लिए प्रेरित करना है।