Part-1

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यह कहानी पूर्णतः कल्पनिक है...
इस कहानी का किसी के वास्तविक जीवन से कोई संबंध नही है.....

अदिति की पलकें फड़फड़ा रही थीं और सुबह की धूप धीरे से उसके चेहरे को सहला रही थी। नील खिड़की के पास खड़ा था, खेल-खेल में पर्दों को खींच रहा था। अदिति दूसरी तरफ मुड़ी। नील उसके पास गया और बिस्तर के पास बैठ गया।

"नीद से जागो स्वीटहार्ट!" वह उसके कान में फुसफुसाया, मुलायम चुंबन के साथ उसके गाल चूमे।

"थोड़ी देर और सोने दो मुझे स्वीटहार्ट," आदिती ने धीमे से कहा। नील के हाथ को हल्के से खींचते हुए उसने कहा, "आओ, मेरे बगल में लेट जाओ।"

नील उसके बगल मे लेट गया, उसके हाथ उसकी पत्नी के शरीर के सुंदर शरीर को सहलाने लगे। शादी के 10 साल बाद भी अदिति ने अपना फिगर बनाए रखा था। अदिति नील के छूने से मचल उठी, जैसे नील के हाथ उसके मुलायम सेटिन गाउन के अंदर से उसकी त्वचा को छूने लगे। नील ने उसकी नंगी त्वचा को सहलाया, उसके पूरे शरीर पर एक परिचित झुनझुनी छूट गई।

अदिति अब नींद से पूरी तरह से जाग चुकी थी। उसने अपनी पीठ के बल लेटकर नील को अपने बड़े स्तनों तक आसानी से पहुंचने की अनुमति दी, बिना किसी शब्द के उसे वहां छूने के लिए कहा। नील ने अदिति के खूबसूरत स्तनों को उजागर करते हुए उसके नाईटी के कंधे की पट्टियों को प्यार से नीचे की ओर खींचा। सुबह की रोशनी में उसके खूबसूरत स्तनों को वह एक पल के लिए निहारता रहा। फिर नील उसके स्तनों को चाटने और चूमने लगा अदिति परमानंद में डूब गयी थी। उसका कराहना तेज हो गया और नील ने अपनी जीभ को उसके निपल्स पर धीरे से फड़फड़ाया जिससे वह कामोत्तेजना से पागल हो गई। उसने महसूस किया कि उसकी चूत में गर्मी बढ़ रही है और उसके रस की अचूक गंध हवा में भर गई है।

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