अल्फाज

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दिल!... मैं तेरे सिर पै ताज लगा दुंगा।
तेरे नाम के आगे 'सरफ़राज' लगा दुंगा।
क्यों परेशां है मेरे खाली हाथ देख कर,
तेरे जख्मों पै अपने अल्फाज लगा दुंगा।

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