सर्वज्ञ...

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खोजूं तुझे या तुझमें खो जाऊं
तू हो जा मेरा, मै तेरा हो जाऊं
हर दिशा में तू, हर दिशा तुझमें
हर निशां में तू, हर निशा तुझमें
तू आसमां में है, आसमां तुझमें
तू इस जहां में है और ये जहां तुझमें
हर सफर में तू, हर सफर तुझमें
हर मंजिल में तू, हर मंजिल तुझमें
यार में दिखता मुझे तू, यार तुझमें देता दिखाई
संगीत तुझमें बज रहा, संगीत में तू देता सुनाई
वो बात है और, कि तू दिखता नहीं है
वो जगह भी बता, जहां तू नहीं है

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⏰ पिछला अद्यतन: Jun 29 ⏰

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