धीरे धीरे मैं उसकी गांड में उंगली अंदर बाहर करने लगा.
मेरा मन तो कर रहा था कि उसकी गांड भी चोद दूं लेकिन उसमें मुझे रिस्क लगा.
सलोनी की बुर पहले ही चुदकर लाल हो चुकी थी.
लेकिन मेरा लंड अब चुदाई के लिए तैयार हो चुका था.
इसलिए मैंने फिर से उसकी बुर में लंड डाला और चोदने लगा.
मैंने दूसरे राउंड में भी काफी देर तक उसकी बुर मारी और फिर से उसमें खाली होकर पड़ गया.
मैं बहुत थका हुआ महसूस कर रहा था इसलिए मैं अब सोना चाहता था.
मैंने सलोनी को वापस कपड़े पहनाए और फिर सब कुछ ठीक करके लेट गया.
उसके बाद मुझे नींद आ गई.
जब मैं उठा तो सलोनी बिस्तर पर नहीं थी और सब कुछ पहले जैसा था.
मैं बाहर गया तो मेरी जीजी शायद रसोई में नाश्ता बना रही थी और सलोनी जीजी वाली चारपाई पर लेटी थी.
मुझे देख कर सलोनी मुस्कुरा दी.
मैं उसके पास गया तो वो बोली- मामा, अभी भी दर्द हो रहा है.
उसकी बात सुनकर मैं खुश हो गया कि मेरी भानजी मुझसे नाराज नहीं है.
मैंने उसे उसके होंठों पर चुम्बन किया और बोला- यह दर्द बार बार नहीं होगा. आज रात भी तैयार रहना. बहुत मजा आयेगा.
उसने मुस्कुरा कर मेरी छाती में दोनों हाथ से हल्के हल्के मुक्के मारे.
दोस्तो, यह भानजी की हॉट बुर Xxx कहानी यहीं पर समाप्त करता हूं.